Talat Mehmood – Letras de Ye Hawa Ye Raat Ye Chandni

Álbum: Sangdil (1952)

ये हवा, ये रात ये चाँदनी, तेरी इक अदा पे निसार है, - 2
मुझे क्यों न हो तेरी आरज़ू, तेरी जुस्तजू में बहार है।
ये हवा, ये रात ये चाँदनी ...

तुझे क्या ख़बर है ओ बेख़बर,-2 तेरी इक नज़र में है क्या असर। - (repeat full line)
जो गज़ब में आये तो क़हर है, जो हो मेहरबाँ तो क़रार है।
मुझे क्यों न हो तेरी आरज़ू, तेरी जुस्तजू में बहार है।
ये हवा, ये रात ये चाँदनी ...

तेरी बात-बात है दिलनशी,-2 कोई तुझसे बढ़ के नहीं हसीं। - (repeat full line)
है कली-कली पे जो मस्तियाँ, तेरी आँख का ये ख़ुमार है।
मुझे क्यों न हो तेरी आरज़ू, तेरी जुस्तजू में बहार है।
ये हवा, ये रात ये चाँदनी, तेरी इक अदा पे निसार है।

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